Mahakal mandir ujjain में महाकाल लोक के निर्माण के साथ ही स्थानीय स्तर पर बहुत बड़ा economic सुधार आने वाला है। economic नजरिये से देखा जाए तो तो पाएंगे कि जब भी किसी तीर्थ स्थल पर मूलभूत सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए विकास के काम किए गए है। तब उस तीर्थ पर श्रद्धालुओं और पर्यटकों की संख्या में अभूतपूर्व वृद्धि देखने के लिए मिली है। तीर्थ स्थानों के विकास के चलते स्थानीय स्तर पर भी बड़े economic सुधार देखने के लिए मिल रहें है। mahakal mandir ujjain में महाकाल लोक कॉरिडोर का निर्माण किया गया है।
महाकाल लोक कॉरिडोर के निर्माण के साथ ही उज्जैन की स्थानीय अर्थव्यवस्था में बड़ा economic सुधार देखा जा रहा है, जो कि पहले के मुकाबले कहीं अधिक है। महाकाल मंदिर परिक्षेत्र के आसपास भक्ति भंडार से संबंधित वस्तुओं की दुकाने, स्टॉल आदि सभी कुछ अधिक मात्रा में बढ़ गए हैं। इसके अलावा प्रसाद, फूल, हार, मालाएं, लड़ी आदि की दुकानों में भी अभूतपूर्व वृद्धि देखी जाने लगी है। महाकाल मंदिर परिक्षेत्र में लोगों की आय में भी लगातार वृद्धि हो रही है। मंदिर के आसपास रहने वाले लोगों ने अपने घरों को धर्मशालाएं एवं लॉज में परिवर्तित कर दिया है। जिसके चलते बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं को ठहरने एवं रुकने, भोजन आदि की व्यवस्था सुलभ हो गई है। स्थानीय लोगों को रोजगार का साधन उपलब्ध होने लगा है। स्थानीय लोगों के द्वारा सभी प्रकार के स्वरोजगार के उपाय किए जाने लगे हैं। किसी के द्वारा भक्ति भंडार के सामान की दुकान लगाई जा रही है तो किसी के द्वारा धर्मशाला हो और लॉज का निर्माण कर यात्री निवास बनाने का काम किया गया है।
किसी के द्वारा स्वरोजगार के लिए भोजनालय का निर्माण किया गया है, तो किसी के द्वारा ई रिक्शा, ऑटो रिक्शा, निजी टैक्सी से महाकाल मंदिर और उसके आसपास के देव स्थानों के दर्शन हेतु यात्रा का कार्य किया जा रहा है। जिसके कारण स्थानीय लोगों को रोजगार के साथ-साथ उनकी आय में भी लगातार वृद्धि हो रही है। महाकाल मंदिर के अलावा शिप्रा नदी के तट से लगे हुए अनेकों मंदिर स्थित है। जिनके दर्शन आदि के लिए बाहर से आने वाले श्रद्धालु समूह में या अकेले दर्शन यात्रा करते हैं। उनके लिए उज्जैन दर्शन की सरकारी बस भी प्रशासन के द्वारा चलाई जाती है। जिसके माध्यम से बाहर से आने वाले श्रद्धालु उज्जैन के सभी धार्मिक स्थलों का भ्रमण और दर्शन कर सकते हैं।
महाकाल लोग कॉरिडोर के निर्माण के पूर्व महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग में लगभग 18 से 20 हजार श्रद्धालु प्रतिदिन दर्शन के लिए मंदिर में आते थे, किंतु महाकाल कॉरिडोर के निर्माण के बाद यहां लगभग 50 से 60 हजार श्रद्धालु प्रतिदिन आने का अनुमान है। जिनकी सुख सुविधाओं के लिए प्रशासन के साथ-साथ स्थानीय स्तर पर भी निजी सुविधाओं को बढ़ाना आवश्यक होगा। महाकाल मंदिर परिक्षेत्र में सामान्य लोगों के द्वारा अनेकों होटल, गेस्ट हाउस ,धर्मशालाओं का निर्माण तेजी से हो रहा है। जो कम से कम खर्च में अधिक से अधिक सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए बाध्य होंगे। कम खर्च में भोजन उपलब्ध कराना एवं ठहरने और रुकने की व्यवस्था आदि सभी कुछ निजी क्षेत्र के द्वारा भी किया जाएगा। जिसके चलते स्थानीय स्तर पर economic गतिविधियों में तेजी आएगी और उज्जैन एवं उसके आसपास के क्षेत्र में रोजगार के साधनों में बढ़ोतरी होगी। जिसका लाभ उज्जैन के स्थानीय लोगों को तो होगा ही साथ ही उज्जैन के आसपास जितने भी शहर एवं गांव स्थित है। उनको भी इसका लाभ प्रत्यक्ष मिलता दिखाई देने लगेगा।
जिस प्रकार केदारनाथ धाम एवं काशी विश्वनाथ मंदिर में विकास के काम होने के कारण एवं जन सुविधाओं में वृद्धि होने के कारण वहां पर श्रद्धालुओं की संख्या में लगातार वृद्धि देखी जा रही है। उसी प्रकार आने वाले समय में उज्जैन के महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग में भी श्रद्धालुओं की संख्या में वृद्धि होना तय माना जा रहा है। आने वाला समय उज्जैन नगर और उसके आसपास के क्षेत्र को महाकाल मंदिर में होने वाले निर्माण कार्य आदि के कारण आर्थिक रूप से मजबूती मिलने के साथ ही स्थानीय स्तर पर रोजगार की सुविधा मिलने की भी पूरी संभावना दिखाई देने लगी है।
महाकाल लोक के बनाने के बाद से उज्जैन में लगातार बढ़ती श्रद्धालुओं की संख्या को ध्यान में रखते हुए सुविधाओं को भी लगातार बढ़ाने का काम किया जा रहा हैl जैसे जैसे दिनों के अनुसार संख्या का अनुमान बढ़ रहा वैसे वैसे मंदिर प्रबंध समिति और स्थानीय प्रशासन भी महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग के आस पास सभी निर्माणों को तेज कर रहा हैl महाकाल लोक के प्रारम्भ के साथ ही उज्जैन की economic एक्टिविटीज के साथ ही पुरे मालवा क्षेत्र की economy को पूरा लाभ मिल रहा हैl श्रद्धालुओं की बढाती संख्या को देखते हुए ही उज्जैन रेलवे स्टेशन से लेकर महाकाल लोक तक रूप-वे के निर्माण का भी निर्णय लिया गया हैl महाकाल लोक के दूसरे चरण के निर्माण का काम भी शुरू हो गया है l आने वाले समय में उज्जैन के साथ-साथ संपूर्ण मालवा क्षेत्र में होने वाले economic development में भारी सहायता मिलने की स्पष्ट सम्भावना है l
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