Investment and Saving :- Investment and Saving की शुरुआत हमे लंबे संघर्ष से बचाने मे सहायक होती हैं। Saving की आदत हमे economically मजबूत बनाती हैं।Saving की रकम विपरीत समय मे हमे आर्थिक संबल भी प्रदान करती है। जैसे-जैसे हमारी Saving की आदत नियमित होती जाती है। वैसे-वैसे हम अधिक मजबूती के साथ investment की और बढ़ने लगते है। Saving की आदत के बिना investment करना जोखिम भरा हो सकता है। Saving की आदत हमे investment के जोखिम को कम करने मे सहायता करती है। Saving की शुरुआत small saving scheme से करना सरल और सुलभ होता है। जैसे जैसे Saving के साथ आर्थिक मजबूती आती है। बचत की रकम को बढ़ाने मे अधिक सुविधा होने लगती है। अधिक बचत अच्छे निवेश की ओर बढ़ने का अवसर देती है। हमे अपनी Saving की आदत को सुद्रढ बनाने के लिए छोटी बचत से शुरुआत करना कम जोखिम भरा होता है।
Savings kaise Shuru kare :- Saving करने की शुरुआत करने के लिए विभिन्न प्रकार के उपायों को अपनाया जा सकता है। Saving की शुरुआत करने के लिए किसी भी nationlaise bank में अपना Saving Account खुलवा कर अपनी Saving की राशि को प्रति सप्ताह अथवा प्रतिमा जमा किया जा सकता है। इसके अतिरिक्त विभिन्न को cooperative society banks भी बचत करने के अनेकों उपायों को अपना आती है। जिस में मुख्यतः मासिक आवर्ती जमा जिसे Reccuring Account कहते हैं एवं Daily Collection or डेली डिपाजिट के माध्यम से भी बचत की राशि को जमा किया जा सकता है।
इन सभी जमा राशियों पर ब्याज प्रदान किया जाता है। मासिक आवर्ती जमा पर 5% से लेकर 7.50 % तक ब्याज मिलने की संभावना होती है। कुछ को-ऑपरेटिव बैंक जमा राशि के अनुरूप एक समय बाद ऋण भी प्रदान करती है। प्रारंभ में मासिक आवृत्ति जमा के रूप में 500 रू. प्रतिमाह बचत राशि जमा की जा सकती है। जिसे समय के साथ बढा़या जा सकता है। जिससे ऐक निश्चित समय के बाद पर्याप्त धन ब्याज के भुगतान के साथ बचत के रूप में प्राप्त हो सकता है। छोटी बचत योजना को अथवा मासिक बचत योजना को अधिक समय के लिए जारी रखने से बेहतर एक वर्षीय समयावधि की बचत योजना मध्यमवर्गीय परिवारों के लिए अधिक सुलभ होती है।
सभी मध्यमवर्गीय परिवारों को आवश्यकरूप से एक वर्षीय मासिक बचत योजना के अंतर्गत बचत खाता आवश्यक रूप से खुलवाना चाहिए जिससे समय आने पर उस जमा पूंजी का उपयोग किया जा सके। छोटी एक वर्षीय मासिक बचत योजन परिवार को आर्थिक रूप से सुदृढ़ तो बनाती हुई है और साथ ही परिवार पर आर्थिक बोझ भी नहीं पड़ने देती है।
Income Tax Me Bhi Milegi Rahat :- हमारी यह बचत की आदत हमें income tax return में राहत दिलवा सकती है। वर्तमान में 5 लाख तक की आय पर किसी भी प्रकार का कर नहीं लगता है। किन्तु 5 लाख से अधिक आय पर कम से कम 12500/- रू. की राशि कर के रूप में चुकानी होती है। यदि किसी करदाता की वार्षिक आय 5 लाख से अधिक है तो ऐसे सभी करदाता बचत के साथ निवेश कर सकते है। जिसकी छूट उन्हें income tax return में भी मिल सकेंगी।
नौकरी पेशा वर्ग के लिए NPS भी निवेश का एक माध्यम है। income tax में NPS की छूट अलग से मिलती है। जिसकी सीमा 50000 तक है। इसके अलावा मेडिकल इंश्योरेंस भी बचत और निवेश का एक उचित उपाय है। इसके अलावा और भी ऐसी बचत योजनाएं हैं जिनसे income tax return में छूट मिल सकती है इसी में एक एसआईपी में इन्वेस्टमेंट या एसआईपी के द्वारा जमा की जाने वाली बचत राशि को भी इनकम टैक्स रिटर्न में छूट लेने के लिए उपयोग किया जा सकता है। बैंकों में कुछ FD ऐसी भी होती है जिन्हें एक income tax return savng FD कहा जाता है। जिन्हें करने से बैंक से ब्याज तो मिलता ही है साथ में टैक्स की छूट भी मिलती है।
Investment and Savings for Small Businesses :- छोटे व्यापारियों को भी अपने व्यापार के लिए small saving scheme को अपनाना चाहिए। ऐसे बहुत से small business होते हैं, जो कि small investment के साथ शुरू किए जाते हैं और एक समय बाद उन्हें एक निश्चित पूंजी की आवश्यकता होती है। इसी को ध्यान में रखते हुए छोटे व्यापारियों के लिए daily collection deposit scheme अथवा monthly saving scheme योजना एक सरल बचत योजना हो सकती है।
छोटे व्यापारियों को बड़े त्योहारों को ध्यान में रखते हुए अपने व्यापार के लिए एक निश्चित समय पर अतिरिक्त पूंजी की आवश्यकता होती है। उनकी यह अतिरिक्त पूंजी की आवश्यकता डेली कलेक्शन या दैनिक बचत योजना से पूरी की जा सकती है। दैनिक बचत योजना के अंतर्गत अपने व्यापार अथवा दुकान से ₹50 प्रतिदिन के अनुसार बचत शुरू की जा सकती है। जोकि 1 महीने में 15 सो रुपए के हिसाब से 12 महीने में ₹18000 की बचत हो सकती है। व्यापार की स्थिति अच्छी होने पर प्रतिदिन की बचत की राशि को बढ़ाया भी जा सकता है।
जिसके अनुसार 12 माह में एक अच्छी रकम जमा की जा सकती
है। जिसके उपयोग से व्यापार में अतिरिक्त पूंजी का निवेश किया जा सकता है। और
व्यापार को बढ़ाया जा सकता है। दैनिक बचत योजना छोटे व्यापारियों एवं उद्यमियों के
लिए आर्थिक रूप से मजबूत होने का एक सरल उपाय होती है। दैनिक बचत योजना से छोटे
व्यापारी एवं उद्यमी अपने व्यापार को समय के अनुसार बढ़ा सकते हैं और अतिरिक्त
पूंजी निवेश के साथ अधिक लाभ कमा सकते हैं।
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