She Is Game Changer


She Is Game Changer



माता जीजा बाई


जब भी हम किसी she की बात करे। जो सबसे बड़ी Game Changer बनकर सबके सामने आती हैं तब आधुनिक इतिहास में एक ही नाम सबके सामने आता हैं और वह नाम हैं। छत्रपति महाराज शिवजी की माता जीजा बाई का। हम सभी जानते हैं की एक सामान्य से अबोध बालक को छत्रपति बनाने में माता जीजा बाई का अकूत परिश्रम किया था। माता जीजा बाई छत्रपति शिवजी महाराज की सबसे बड़ी गुरु थी। छत्रपति शिवजी महाराज को राजनीति की शिक्षा से लेकर महिला सम्मान और राजकीय व्यवस्था तक सभी का ज्ञान माता जीजा बाई ने ही दिया था। केवल 16 वर्ष के आयु में अपने पुत्र को युद्ध के लिए भेज देना और जीत का विश्वास दिलाकर भेजना उसके बाद शिवजी का लगातार युद्ध जितना और छत्रपति बनाने के पीछे की जो शक्ति कड़ी थी। वो जीजा माता सही मायने में गेम चेंजर कही जा सकती हैं। जिसके मार्ग दर्शन में भारत के इतिहास से लेकर भूगोल तक सभी कुछ बदल गया था। जब यह कहा जाता हैं की एक सफल पुरुष के पीछे एक महिला का हाथ होता हैं। वर्तमान की इस कहावत को माता जीजा बाई ने प्रत्यक्ष सिद्ध कर दिखाया था।



देवी अहिल्यामाता होल्कर


आज हम जब वाराणसी जाते हैं और बाबा विश्वनाथ के भव्य विकास को देखते हैं तब हमें ध्यान आता हैं कि भारत पर विधर्मियो ने आक्रमण कर जो अनेक मंदिरो और पूजनीय स्थलों का विध्वंस कर दिया था और जीणशीण पड़े मंदिरो और पूजनीय स्थलों को जिसने पुनर्स्थापित किया उसका नाम ध्यान आते ही सिर सम्मान में झुक जाता हैं। और उन Game Changer का हैं देवी अहिल्याबाई बाई होल्कर। देवी अहिल्याबाई होल्कर ने अपने जीवन काल में सबसे ज्यादा मंदिरो का पुनर्निर्माण करवाया। भारत की आध्यातनिक चेतना को पुनर्स्थापित करते हुए देवी अहिल्याबाई होल्कर ने सामान्य समाज के बीच एक सकारात्मक ऊर्जा को भरने का काम किया हैं। आज हम जो अपने आस पास मंदिरो का विकास देख रहे हैं उसकी नींव में देवी अहिल्याबाई होल्कर के विचार हमारे मन घर करके बैठे हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए जब वर्तमान प्रधानमंत्री मोदी जी ने कशी कॉरिडोर का लोकार्पण किया उससे पहले देवी अहिल्याबाई होल्कर की प्रतिमा का अनावरण करते हुए उन्हें आदरांजलि प्रदान की। देवी अहिल्या बाई होल्कर आगे आने अनेको पीढ़ीओ को इसी प्रकार से अपने धर्म, संस्कृति और परंपरा के लिए कर्त्तव्य करने के लिए प्रेरित करती रहेगी।

 


अन्नपूर्णा का प्रतीक - मिलेट वुमन लहरी 


आदिशक्ति का एक स्वरुप अन्नपूर्णा भी हैं। हमारे यहाँ एक कहावत महाकाल सुबह भूखा जगाता जरूर हैं लेकिन रात को सोने से पहले पेट जरूर भर देता हैं। ऐसी एक अन्नपूर्णा हमारे मध्य प्रदेश के एक 27 वर्षीय महिला जो अपनी उम्र 18 से एक ऐसे भगीरथ प्रयास में लगी हैं। जिसके बारे कुछ करना तो दूर सोचना भी कल्पना से दूर हैं। डिंडोरी जिले में सुदूर गाओं में रहने वाली लहरी (महिला का नाम) बैगा जनजाति समुदाय से आती हैं। लहरी ने अपना खुद का बीज बैंक बनाकर तैया कर लिया हैं। जिसमे लगभग 150 से ज्यादा प्रकार के बीजो को सहेज कर रखा गया हैं। लहरी जिस बैगा जनजाति समुदाय से आती हैं। वे पर्यावरण और प्रकृति से पूरी तरह से आत्मसात किये हैं। लहरी ने बीज जमा करने का काम 18 वर्ष की आयु से किया था और वर्तमान में वह 27 वर्ष से अधिक आयु को प्राप्त हो चुकी हैं। और अपने काम में निरंतर आगे बढ़ रही हैं। समय समय पर लहरी अपने जमा बीजो को आवश्यकता अनुसार दूसरे लोगो को देती हैं और उसके बदले में उपज के रूप में भुगतान लेती हैं। आने पीढ़ी के लिए लहरी के द्वारा किया जा रहा काम भारत के लिए Game Changer सिद्ध हो सकता हैं।



भारत की वित्त मंत्री - श्रीमती निर्मला सीतारमन 


वर्तमान भारत के परिपेक्ष्य में यदि वास्तविक Game Changer की बात की जाए तो हम सबसे पहला नाम भारत की वर्तमान वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीथारमन का ही पाएंगे। यह इसलिए नहीं कहा जा रहा हैं कि हम एक ही राजनीतिक दाल से जुड़े बल्कि इसलिए कहा जा रहा हैं कि वह भारत के एक ऐसी महिला हैं, जिन्होंने पहले भारत की रक्षामंत्री रहते हुए सेना को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वाहन किया। और बाद में एक पूर्णकालिक भारत की वित्त मंत्री के रूप में भारत को विश्व की 5 वी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने में अपनी भूमिका का निर्वाहन किया। कोरोना महामारी के समय पर मजबूत आर्थिक नेतृत्व के कारण ही जहा विश्व के सभी देश महंगाई की मार से कमजोर हो रहे थे वही भारत मजबूत आर्थिक विकास आगे बढ़ रहा हैं। और आने वाले समय में भारत विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने वाला हैं। भारत को सामरिक और आर्थिक रूप से मजबूत करने में श्रीमती निर्मला सीतरमन वास्तविक गेम चेंजर साबित हुयी हैं।


भारत के इतिहास में ऐसी अनेको 'She' हैं। जिनके बारे कहने के लिए समय कम पद जायेगा लेकिन उनके किये कार्यो का वर्णन चलता ही रहेगा। रानी पद्मावती से लेकर रानी लक्ष्मीबाई तक जिन्होंने अपने स्वाभिमान और भारत की रक्षा के लिए अपने आप समाप्त कर लिया या फिर दुर्गाभाभी जिसने भगत सिंह को कर्तव्यपथ पर आगे बढ़ाया। भगिनी निवेदिता जिसने भारत में आध्यात्म के चरम को छुआ था या फिर मैडम कामा जिन्होंने भारत को नया नेतृत्व दिया था। हम अपने आस पास देखेंगे तूह अपने ऐसी अनेको She मिल जाएगी जो एक गेम चेंजर हैं। यह फिर हम स्वयं जो यहाँ इस परिसर में बैठे हैं। We are all Game Changer.