International Conspiracy About India Economy Growth |
भारत को आर्थिक रूप से पीछे धकेलने का अंतर्राष्ट्रीय षड़यंत्र
पिछले कुछ वर्षो में भारत को लेकर बड़े अंतर्राष्ट्रीय षड़यंत्र सामने आये हैं। विशेषकर 2020 के समय वैश्विक महामारी के साथ शुरू हुए षड़यंत्र प्रमुख हैं। महामारी के समय विदेशी दवाओं से लेकर वैक्सीन तक पर भारत की एक लॉबी उस षड़यंत्र का हिस्सा बानी रही। और वर्तमान में भारत के प्रमुख उद्योगपतियों को टारगेट करते हुए सामान्य नागरिको की आर्थिक समझ को चोट पहुंचाने के लिए ऐसे षडयंत्रो को अंजाम दिया जा रहा हैं। क्योकि पिछले कुछ समय से भारत के भीतर स्टॉक मार्किट को लेकर एक बड़ा वर्ग तैयार हुआ हैं जो कि भारत के बाजार के साथ-साथ विश्व के अन्य बाजारों में भी निवेश को लेकर सजग हो रहा हैं।
एक समय था जब भारत में स्टॉक मार्केट के निवेश को लेकर अस्थिरता बानी रहती थी। भारत की कुछ प्रमुख कम्पनिया ही स्टॉक मार्केट के द्वारा अपनी पूंजी को बढ़ाया करती थी। लेकिन समय के साथ भारत का स्टॉक मार्केट अपने वैश्विक स्तर को प्राप्त करता रहा और इसका परिणाम यह हुआ कि भारत की सरकारी कंपनियां भी स्टॉक मार्केट से पूंजी निवेश को प्राथमिकता दे रही हैं। साथ ही SEBI जो भारत के स्टॉक मार्केट की नियामक संस्था हैं, जो स्टॉक मार्केट के नियमो और आवश्यक शर्तो को निर्धारित करने का काम करती हैं, के द्वारा भारत के अनेक सरकारी विभाग बॉन्ड के माध्यम से पूंजी एकत्रित करने का काम कर रहे हैं।
भारतीयों के भीतर निवेश का तरीका लगातार बदल रहा हैं। सामान्य नागरिक परंपरागत निवेश से आगे बढ़ते हुए वैश्विक नियमो के अनुसार निवेश के लिए आगे आ रहे हैं। पहले जहा भारतीय स्टॉक मार्केट विदेशी निवेशकों के भरोसे आगे बढ़ता था, वही अब भारत के लोग ही स्थानीय निवेशक के रूप में आगे आ रहे हैं और यही एक मुख्य कारण हैं, जो कि विदेशी षड्यन्त्रकारो को पसंद नहीं आ रहा हैं। भारत के बड़ी कंपनियों में भारतीयों का निवेश बड़ी तेजी से बढ़ रहा हैं। जिसके कारण विदेशी निवेशियो से निर्भरता लगातार घट रही हैं। समय के साथ भारतीय निवेशकों के चलते भारत का स्टॉक मार्केट लगातार बढ़त बना रहा हैं। जिससे भारत का औद्योगिक जगत मजबूत हो रहा हैं। अब भारतीय कंपनियों को भी विदेशो में बड़े प्रोजेक्ट मिल रहे है।
यदि हम वर्ष 2014 के समय के भारतीय स्टॉक मार्केट पर नजर डालेंगे तो हम देख सकते हैं कि मई 2014 में सेंसेक्स 25019 अंको के साथ बढ़त पर था और पिछले दस वर्षो में सेंसेक्स में भारी बढ़ोतरी देखी गयी है। वर्तमान में सेंसेक्स 80000 अंको पर हैं। इसके अनुसार भारतीय स्टॉक मार्केट की वर्तमान कैपिटल वैल्यू 5.5 ट्रिलियन डॉलर को पार कर गयी है। 2014 की तुलना में वर्तमान में भारतीय बाजार 3 गुना अधिक बढ़ोतरी कर गया हैं। और आने वाले 5 वर्षो यह अधिक बढ़ने वाला हैं। इसी के साथ भारत की अर्थव्यवस्था की लगातार बढ़ रही हैं। वर्तमान में भारत की अर्थव्यस्था 4 ट्रिलियन डॉलर के लगभग पहुंच चुकी हैं। आने वाले वर्षो में यह 5 ट्रिलियन डॉलर को पार कर जाएगी। जिसके चलते भारतीय बाजार और भारतीय कम्पनिया विश्व में अधिक मजबूत हो जायेगे और यही बात भारत विरोधी लोगो को पच नहीं रही हैं।
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