India will Become World's Sports Hub


पिछले कुछ वर्षो में भारत में खेलो के क्षेत्र में प्रदर्शन लगातार बेहतर हो रहा हैं। इसका उदाहरण हम वर्तमान में चल रहे Asian Games 2023 में देख ही सकते हैं। भारत ने पहली बार एशियाई खेलो में 100 पदक जीत कर एक रिकॉर्ड बनाया है। एशियाई खेलो में भारत का इतना बेहतरीन प्रदर्शन पहले कभी नहीं रहा।

भारत में खेलो को लेकर युवाओ में रुझान तेजी से बढ़ रहा हैं। भारत में अब खेलो के नाम क्रिकेट और अन्य कुछ खेलो का वर्चस्व भी समय के साथ बदल रहा हैं। जैसे जैसे अंतराष्ट्रीय खेल आयोजनों में भारत का प्रदर्शन बेहतर हो रहा हैं। उसी प्रकार से नए खेलो और नए खिलाड़ियों के आने का क्रम भी लगातार बढ़ रहा हैं। धीरे धीरे ही सही लेकिन भारत में sports economy अब तैयार हो रही हैं। 


भारत में आकार ले रही हैं खेल आधारित अर्थव्यवस्था


भारत में बढ़ती sports economy की बात की जाए तो हम देख सकते है कि भारत एक बड़े स्पोर्ट्स हब के रूप में भी विकसित हो रहा हैं। जिसके चलते भारत में खेल आधारित अर्थव्यवस्था आकार लेने लगी हैं। बात की जाये वर्तमान की तो हम देख सकते हैं कि भारत में क्रिकेट वर्ल्ड कप 2023 का आयोजन हो रहा हैं।

एक अनुमान के अनुसार बैंक ऑफ़ बरोदा से जुड़े अर्थशस्त्रीओ ने अपनी एक रिपोर्ट में कहा हैं कि भारत में होने वाले ICC Cricket World Cup 2023 के चलते लगभग 22000 करोड़ की इकॉनमी जनरेट होगी। जो भारत की जीडीपी को बढ़ाने का काम करेगी। sports से जुड़े बिज़नेस को इसका लाभ मिलेगा ही सही साथ भारत का सर्विस सेक्टर भी मजबूत होगा। 

बात की जाये भारत में sports economy की तो हम देख सकते हैं कि वर्ष 2022 में 49% की बढ़ोतरी के साथ 14000 करोड़ रू. तक पहुंच चुकी हैं। एक अनुमान के अनुसार वर्ष 2027 तक भारत की sports economy एक लाख करोड़ तक पहुंचने की संभानाएं हैं।

भारत में sports economy को ध्यान में रखते हुए भारत सरकार को भी खेलो से जुड़े बजट को बढ़ने की आवश्यकता दिखाई देने लगी हैं। वर्तमान में भारत सरकार अपने कुल बजट का 2% से भी कम खर्च किया जा रहा है। जिसमे लगातार बढ़ोतरी करने की आवश्यकता हैं।  

भारत विश्व में एक बड़े sports hub के रूप में भी सामने आने के लिए तैयार हो रहा हैं। भारत के खिलाड़िओ का लगातार बेहतर होता प्रदर्शन इसका प्रमुख कारण बन रहा हैं। भारत में खेलो के रुझान को देखते हुए बड़े खेल आयोजनों की संख्या भी लगातार बढ़ रही हैं। इसके अंतर्गत भारत सरकार का उपक्रम 'khelo india' सबसे बड़े आयोजनों में से एक हैं। khelo india के अंतर्गत भारत के सभी क्षेत्रों से युवा खिलाडी भाग लेने के लिए आते हैं। 

Khelo India में प्रदर्शन के लिए पहले स्थानीय स्तर पर खिलाडी का चयन किया जाता हैं। स्थानीय स्तर पर चयन के बाद khelo india के अंतर्गत आयोजन में प्रदर्शन के आधार पर अंतराष्ट्रीय स्तर के आयोजनों के लिए खिलाड़ियों को तैयार किया जाता हैं। khelo india के अंतर्गत चयनित खिलाड़ियों को अपनी तैयारी करने के लिए आर्थिक सहायता भी प्रदान की जाती हैं। एक अनुमान के अनुसार खेलो इंडिया से जुड़े खिलाडी को औसत 6 लाख रू. से अधिक के राशि दी जाती हैं। 

समय के साथ भारत हर एक क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ रह हैं। जिसके चलते स्पोर्ट्स में भी भारत के लोग बड़ी मात्रा में आगे आ रहे हैं। जैसे जैसे बड़े खेल आयोजन भारत में लगातार होने लगेंगे। वैसे वैसे भारत में खेलो की स्थिति और भी बेहतर होती चली जाएगी। आज भारत हर खेल में अपना उम्दा प्रदर्शन दिखा रहा हैं।

एक समय था जब भारत में केवल cricket को ही खेल मन जाता और बाकि खेलो को किसी प्रकार की तबज्जो नहीं दी जाती थी। लेकिन अब ऐसा नहीं है भारत के नए युवा लगातार नए खेलो में भी अपना डैम दिखा रहे और नीरज चोपड़ा इसमें सबसे बड़ा नाम लेकर उभरे हैं। एक समय था जब ओलिंपिक में एक या दो गोल्ड मैडल भी अजय तो बड़ी बात होती थी।

लेकिन वर्तमान भारत में ऐसा नहीं। भारत कर हर एक खिलाडी गोल्ड को लक्ष्य बना कर अपना प्रदर्शन दे रहा हैं। भारत के नए खिलाड़िओ ने गोल्ड के काम पर समझौता न के बराबर कर रहे हैं। जो हाल ही के कुछ वर्षो में दिखाई भी देने लगा हैं। 

भारत के भीतर लगातार हो रहे सकारात्मक परिवर्तनों के चलते भारत के स्पोर्ट सेक्टर में भी परिवर्तन दिखाई देना स्वाभाविक हैं। जैसे जैसे परिवर्तन अधिक सकारात्मक होंगे वैसे वैसे भारत के हर एक क्षेत्र से आने वाले परिणाम भारत को प्रदर्शित करने का काम कर सकेंगे। खेलो की दुनिया में भारत का बेहतर होता प्रदर्शन विश्व में भारत की साख को स्थापित करने का भी काम कर सकता हैं।