Mahakaleshwar Jyotirlinga Darshan Ke Liye Kya Kare

Ujjain के Mahakaleshwar Jyotirlinga स्थित Mahakal Lok जाना बहुत सरल है। Ujjain रेलवे स्टेशन से Mahakal Lok की दूरी लगभग 04 किलोमीटर है। Ujjain रेलवे स्टेशन से Mahakal Lok अथवा Mahakal Lok तक जाने के लिए सभी प्रकार के वाहन उपलब्ध होते है। जो भी श्रद्धालु रेल की यात्रा कर उज्जैन के Mahakaleshwar Jyotirlinga दर्शन के लिए आते है।


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Mahakaleshwar Jyotirlinga Darshan Ke Liye Kya Kare

 

वे Ujjain के मुख्य रेलवे स्टेशन से ऑटो रिक्शा से या फिर ई-रिक्शा से या फिर निजी टैक्सी से या फिर सार्वजनिक वाहन आदि माध्यमों के द्वारा Mahakaleshwar Jyotirlinga तक 20 से 25 मिनट में पहुंच सकते है। सभी प्रकार के वाहनों का किराया न्यूनतम होता है। उज्जैन नगर रेल मार्ग के द्वारा सम्पूर्ण भारत से जुड़ा हुआ है। 

Ujjain के आसपास के मुख्य रेलवे स्टेशनों को देखा जाए तो हम पांएगे कि बड़े रेलवे स्टेशनों में Ujjain के पूर्व में Bhopal रेलवे स्टेशन स्थित है। जिसकी उज्जैन से दूरी 300 किलोमीटर है, जिसकी यात्रा में लगभग औसत 3 घण्टे 30 मिनट का समय लगता है। Bhopal रेलवे स्टेशन से देशभर में जाने वाली लगभग सभी बड़ी रेल गुजरती है। Bhopal से Ujjain की यात्रा के लिए प्रत्येक तीन घण्टे के अंतराल पर एक रेलगाड़ी अवश्य उपलब्ध रहती है। 

इसके अलावा Ujjain से Maksi के रास्ते होते हुए Shajapur की ओर से बीना के रास्ते से भी रेलगाड़ी की यात्रा की जा सकती है। यह रेल लाईन उज्जैन को भारत के उत्तरी भाग से जोड़ने का काम करती है। Ujjain के Mahakaleshwar Jyotirlinga जाने के लिए Ujjain के पश्चिम की ओर से भी रेल लाईन Ujjain को बाकी भारत से जोड़ती है। 

Ratlam एवं Nagda से उज्जैन की ओर आने वाली रेल लाईन उत्तर में जम्मू-कश्मीर, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान से लेकर से लेकर दक्षिण में महाराष्ट्र, तमिलनाडु, कर्नाटक, केरेला तक Ujjain को सीधे जोड़ती है। Indore से चलकर Ujjain से होते हुए अनेक रेल गाड़ियां Ujjain को भारत के विभिन्न शहरों से जोड़ते हुए पूर्व में नेपाल की सीमा तक जाती है। 

Mahakaleshwar Jyotirlinga में बने Mahakal Lok को देखने के लिए भारत के किसी भी कोने से रेल मार्ग के द्वारा सरलता से पहुंचा जा सकता है। भारत के विभिन्न भागों से उज्जैन की रेलयात्रा को 04 से 36 घण्टे में पूरा किया जा सकता है।

Ujjain रेल मार्ग के साथ ही सड़क मार्ग से भी भारत के सभी बड़े शहरों से सीधे जुड़ा हुआ है। उज्जैन के पूर्व में 40 किलोमीटर की दूरी पर देवास शहर स्थित है जहां से Agra-Mumbai National Highway गुजर रहा है। जो Ujjain को भारत के उत्तर से पश्चिमी भाग से जोड़ता है। इसके अलावा उज्जैन के उत्तर में 60 किलोमीटर की दूरी पर आगर शहर स्थित है जहां राजस्थान के झालावाड़ से होते हुए जयपुर तक की यात्रा की जा सकती है। 

इसी के साथ Ujjain के पश्चिम की ओर से रतलाम के रास्ते मंदसौर नीमज होते हुए गुजरात तक सड़क मार्ग से जुड़ा हुआ है। इसी के साथ इंदौर के रास्ते खंडवा के आगे महाराष्ट्र तक उज्जैन दक्षिण के विभिन्न क्षेत्रों से सीधे जुड़ा हुआ है। उज्जैन, भारत के अनेकों स्थान से सड़क मार्ग से जुड़ा हुआ है। जिसके द्वारा भारत के विभिन्न क्षेत्रों में रहने वाले महाकाल के भक्त Mahakaleshwar Jyotirlinga में दर्शन के लिए आ सकते है। तथा mahakal बाबा के दर्शन कर स्वयं को आनंदित कर सकते है। 

Ujjain के Mahakaleshwar Jyotirlinga तक केवल रेल मार्ग अथवा सड़क मार्ग से ही नहीं पहुंचा जा सकता है। अपितु उज्जैन के Mahakaleshwar Jyotirlinga तक वायु मार्ग से पहुंकर भी बाबा Mahakal Darshan का आनंद लिया जा सकता है। उज्जैन के निकट इंदौर शहर में एअरपोर्ट स्थित है। जो कि वायु मार्ग के द्वारा भारत के विभिन्न क्षेत्रों से जुड़ा हुआ है। 

इंदौर के एअरपोर्ट से उज्जैन के Mahakaleshwar Jyotirlinga तक की सड़क मार्ग से यात्रा में केवल 40 से 45 मिनट का समय लगता है। इंदौर के अतिरिक्त भोपाल में भी एअरपोर्ट स्थित है। जो कि उज्जैन में Mahakaleshwar Jyotirlinga दर्शन के लिए आगने वाले विदेशी दर्शनार्थियों के लिए उपयुक्त स्थान होता है। इंदौर एवं भोपाल शहर से अंतर्देशीय उडा़नो के साथ साथ अंतरराष्ट्रीय भी उड़ानों का परिचालन भी किया जाता है। 

भारत के विभिन्न क्षेत्रों से रेल, सड़क एवं वायु मार्ग से बाबा mahakal darshan के लिए आने वाले श्रद्धालुओं को अब उज्जैन मे Mahakaleshwar Jyotirlinga के साथ-साथ mahakal lok के दर्शन का भी अवसर मिल सकेगा। महाकालेश्वर मंदिर के पश्चिम की ओर महाकाल कोरीडोर का निर्माण किया गया है। जिसकी लम्बाई 900 मीटर से अधिक है। 

Mahakal Lok में विशाल गलियारे का निर्माण किया गया है। Mahakal Lok के गलियारे की दिवार पर विभिन्न भित्तिचित्रों का निर्माण किया गया है। Mahakal Lok का निर्माण राजस्थान के लाल पत्थरों से हुआ है। Mahakal Lok की लम्बाई बनारस के काशी कोरीडोर से तीन गुना अधिक है। Ujjain Mahakal Mandir के पश्चिम दिशा की ओर रूद्र सागर के आसपास mahakal lok का निर्माण किया गया है। 

Mahakal Lok में 199 मूर्तियों को स्थापित किया गया है। जो शिवमहापुराण के विभिन्न प्रसंगों को दर्शाने का काम कर रही है। महाकाल कोरीडोर में भारत का पहला नाईड गार्डन भी बनाया गया है। सूर्यास्त के बाद इस नाईट गार्डन की सुंदरता देखते बनती है। लोकार्पण के समय Mahakal Lok में रक्षासूत्रों से निर्मित एक विशाल शिवलिंग स्थापित किया गया था। 

रक्षासूत्रों से बना विशाल शिवलिंग नंदी द्वार के मध्य स्थित था। जिसे लोकार्पण के बाद हटा दिया गया। Mahakal Lok का एक छोर mahakal mandir से लगा हुआ है तो वही दूसरा छोर नंदी द्वार पर स्थित है। नंदी द्वार से एक बार में लगभग 30 हजार से अधिक श्रद्धालु Mahakal Lok में प्रवेश कर सकते है।